Friday 5 February 2016

बम-बंदूक का सामना कर सकती है यह कार, आग का भी नहीं होता असर


बम-बंदूक का सामना कर सकती है यह कार, आग का भी नहीं होता असर
नई दिल्ली: सुरक्षा के लिहाज से बनी इस कार को एक कमरे में बंद रखा गया है। ऑटो एक्सपो में रखी तमाम कारें आपकी निगाहों से गुजरती हैं मगर इस कार तक हर कोई नहीं पहुंच सकता। चार छल्ले वाली ऑडी कार का दावा है कि उसकी कार अपने खरीददार की जान की कीमत देखकर बनाई गई है।

यह कार सिर्फ नौ करोड़ की है और खरीददार इस कार का ऑर्डर देगा तो छह से नौ महीने में बनकर आएगी। हम और आप कैमरे के दूर वाले फ्रेम में काली चमचमाती जिस कार में वीआईपी को आते देखते हैं वैसी कारों की दुनिया बेहद छोटी है। दिलचस्प और रोमांचक भी।
 

हमारे लिए कमरे का दरवाजा खुलता है। एक कमरे में छुपकर खड़ी इस सिक्योरिटी कार की कहानियां भी खुलने लगती हैं। जैसे इसमें एक की जगह पांच बैटरियां हैं। एक लीटर में नौ किलोमीटर तक देती है, लेकिन टैंक काफी बड़ा बनाया गया है। इस कार का एक दरवाज़ा 160 किलोग्राम का है। खोलने और बंद करने के लिए ताकत की जरूरत है। कार के दरवाजे पर एके47 से गोलियों की बौछारें कर दी जाएं तब भी एक गोली पार नहीं जा सकेगी। शीशे पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर बंदूक ख़ाली हो जाएगी मगर कांच में छेद तक नहीं हो सकेगा। यही नहीं अगर कार पर रसायनिक हमला हुआ तो कार के चारों तरफ छतरी बन जाएगी और दस मिनट तक के लिए ताज़ी हवाएं मिलने लगेंगी। यह कार आग में से भी गुजर सकती है। टायर में गोली लग जाए और पंचर हो जाए तो भी उस हालत में कार अस्सी किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भाग सकेगी ।

ऑडी कंपनी के आशीष ने बताया कि अगर कार पर चौतरफ़ा हमला हो जाए और कार खड़ी हो जाए तो भी इसके दरवाज़े को खोलना हर किसी के बस की बात नहीं। ऐसी स्थिति में कार के सभी दरवाज़ों पर छोटा-सा ग्रेनेड लगा हुआ है। नियंत्रित धमाके के ज़रिये कार के दरवाज़े में छेद किया जा सकता है, जिसके बाद दरवाज़ा खुल जाएगा। ज़ाहिर है इस कार की खरीददार सरकार ही हो सकती है। कार के भीतर की बनावट और सजावट अद्भुत है।

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